बेटियों को बेटों के समान सम्मान और अधिकार देने की मुहिम बरेली में नाकाम रही है. समाज का सौतेला रवैया बेटियों की जिंदगी पर भारी पड़ रहा है.
गुरुवार को सुबह 5 बजे बल्लिया रोड पर देवी मंदिर के बाहर तीन महीने की मासूम बिटिया को फेंक दिया गया. ठंड से कांपती मासूम रोई तो मंदिर के चौकीदार की नजर पड़ गई. चौकीदार ने भमोरा थाने को मासूम के मिलने की जानकारी दी. चाइल्ड लाइन और 181 की टीम ने मासूम को रेस्क्यू किया.
बरेली में लगातार मासूम बेटियों के लावारिस हालत में मिलने के मामले सामने आए हैं।.भमोरा क्षेत्र में देवचरा से बल्लिया रोड पर देवी का मंदिर है।.गुरुवार सुबह करीब 5 बजे देवी मंदिर के बाहर मासूम बच्ची के रोने की आवाज मंदिर के चौकीदार के कानों तक पहुंची.
तड़के में बच्ची की आवाज सुनकर चौकीदार घबरा गया. चौकीदार ने बाहर देखा तो सड़क किनारे हल्के से कपड़े में लिपटी हुई 3 महीने की बच्ची पड़ी हुई थी. चौकीदार तुरंत बेटी को उठाकर मंदिर में ले गया. उसको कंबल से ढका.
चौकीदार ने सबसे पहले बच्ची के मिलने की सूचना आसपास के लोगों को दी, बाद में फोन से भमोरा पुलिस को मासूम के बारे में बताया. भमोरा पुलिस मौके पर पहुंची और बच्ची को थाने ले आई.
भमोरा पुलिस ने चाइल्डलाइन को मासूम के मिलने की जानकारी दी. चाइल्ड लाइन और 181 की टीम गुरुवार शाम करीब 5 बजे भमोरा थाने पहुंची. बच्ची को लेकर टीम बरेली आ गई .बाल कल्याण समिति गुरुवार को बंद रही. डीपीओ नीता अहिरवार ने बच्ची को एक दिन के लिए वॉर्न बेबी फोल्ड भेजने के आदेश कर दिए.
चाइल्ड लाइन और 181 की टीम शुक्रवार को मासूम बिटिया को बाल कल्याण समिति के सामने पेश करेगी. बाल कल्याण समिति मासूम को संस्था में भेजने की विधिवत आदेश जारी करेगी.
सीडब्ल्यूसी के मजिस्ट्रेट डॉ डीएन शर्मा ने बताया कि भमोरा क्षेत्र में 3 महीने की मासूम लड़की के लावारिस मिलने की सूचना मिली है.फिलहाल बच्ची को देखभाल के लिए संस्था में भेजा जाएगा. 2 महीने तक लड़की के असली मां बाप के मिलने का इंतजार किया जाएगा. इसके बाद दत्तक ग्रहण की प्रक्रिया शुरू कर दी जाएगी.