शहर में तैनात ट्रेनी आईपीएस अफसर अशोक कुमार मीणा ने मीडिया पर पाबंदी लगाने का फरमान जारी किया है. उन्होंने लिखित में अपने सर्किल के सभी थाना प्रभारियों को आदेश देते हुए कहा है कि पत्रकारों को थाने में आने का समय निर्धारित किया जाए और सभी पत्रकारों की जांच कराई जाए. आईपीएस अशोक मीणा के इस आदेश से पत्रकारों में रोष है.
अशोक कुमार मीणा बरेली में सीओ सेकंड के पद पर तैनात हैं. इनके अधिकार क्षेत्र में तीन थाने किला, सुभाषनगर और सीबीगंज आते हैं. अशोक ने तीनों थानों में लिखित आदेश जारी किया है. आदेश में कहा गया है कि सभी थाना प्रभारी अपने अपने क्षेत्र में रहने वाले पत्रकारों की जांच करें और फ़र्ज़ी पत्रकारों के खिलाफ कार्रवाई करें.
ये लिखा है पत्र में
समस्त प्रभारी निरीक्षक, नगर क्षेत्र जनपद द्वितीय, बरेली. प्राय: देखने में आ रहा है कि आपने थाना कार्यालयों में आपके क्षेत्रांर्गत निवास करने वाले पत्रकार बंधु असमय आते जाते हैं. जिससे कार्य सरकार में असुविधा होना स्वाभाविक है. आप अपने अपने थानों पर पत्रकार बंधुओं की गोष्ठी कर निम्नानुसार कार्रवाई करना सुनिश्चित करें.
- पत्रकार बंधुओं की गोष्ठी कर पूर्वान्ह व अपरान्ह मिलने का समय निर्धारित करें. इस समय को थाना परिसर के मुख्य द्वार पर सूचना पट पर अंकित किया जाए.
- प्र.नि., थाना प्रभारी, दिवस एवं रात्रि अधिकारी सुनिश्चित करें कि थाना कार्यालय पर गोपनीय दस्तावेज होने के कारण किसी भी व्यक्ति, पत्रकार आदि को प्रवेश न करने दें, ताकि गोपनीयता भंग न हो पाए.
- थाने से संबंधित दी जाने वाली सभी सूचनाएं पत्रकार बंधुओं को निर्धारित समय पर प्रेसनोट के रूप में या मौखिक दी जाएं.
- आपके थाना क्षेत्र में निवास करने वाले पत्रकार बंधुओं की नामवार सूची तैयार करें तथा उनका पंजीकरण वैध है, उसकी प्रति सुरक्षित रख लें. यदि अवैध है तो विधिक कार्रवाई करें.
ये कहना है
एडीजी का वहीं इस मामले में एडीजी ज़ोन प्रेम प्रकाश का कहना है कि हम प्रेस की स्वतंत्रता का सम्मान करते हैं. हम लोग प्रेस की स्वतंत्रता पर पाबंदी नहीं लगा सकते. अधिकारी ने यदि ऐसा कोई पत्र जारी किया है तो उनकी काउंसलिंग की जाएगी.
उन्होंने कहा हालांकि ये पत्र गोपनीय बताया गया है उसके बावजूद ये आप लोगों तक, जन समुदाय तक ये पत्र पहुंचा, इस बारे में मैंने एसएसपी जोगेंद्र कुमार से जांच के लिए बोला है. साथ ही अधिकारियों को निर्देश दिए हैं कि वे जूनियर अधिकारियों की समय समय पर काउंसलिंग करते रहें.