फाल्गुन मास रामलीला के दौरान रावण वध के बाद नगर में भगवान श्रीराम की राजगद्दी शोभायात्रा निकाली गई. मार्ग में श्रद्धालुओं ने पुष्पवर्षा की. नगर वासियों ने श्रीराम की घर वापसी पर जश्न मनाया गया.
बमनपुरी के नरसिंह मंदिर से शोभायात्रा का शुभारंभ महापौर डॉ. उमेश गौतम ने किया. इस मौके पर उन्होंने कहा, भगवान श्री राम मर्यादा पुरुषोत्तम माने जाते हैं. श्रीराम ने सीता मइया को रावण की कैद से छुड़ाया था. उन्होंने नारियों के सम्मान का संदेश दिया जो आज भी प्रासंगिक है. लोगों को बेटियों की शिक्षा पर जोर देना चाहिए.
भरत मिलाप देख भर आई आंखें मलूकपुर, बिहारीपुर ढाल, घंटाघर, नावल्टी चौराहा, बरेली कॉलेज, कालीबाड़ी, शहामतगंज, मठ की चौकी, शिवाजी मार्केट, कुतुबखाना, बड़ा बाजार, साहूकारा, किला चौराहा, सिटी स्टेशन सब्जी मंडी, वाल्मीकि आश्रम, मलूकपुर चौराहा होते हुए वापस मंदिर पर आकर शोभायात्रा संपन्न हुई.
इसमें विभिन्न आकर्षक झांकियां शामिल रहीं. साहूकारा फाटक पर श्रीराम का भरत से मिलाप लीला का मंचन किया किया. कलाकारों का अभिनय देख श्रद्धालुओं की आंख भर आई. कार्यक्रम में श्रीराम लीला सभा के पदाधिकारियों सहित श्रद्धालुओं का सहयोग रहा.