यूनाइटेड बैंक ऑफ इंडिया के एटीएम से निकले चूरन वाले नोट देश भर में चर्चा का विषय बने हुए हैं, वही यूनाइटेड बैंक ऑफ इंडिया के मैनेजर बच्चन शा ने इसके लिए एटीएम में कैश लोड करने वाली एजेंसी के कर्मचारियों को दोषी ठहराया है.
बैंक मैनेजर का कहना है कि बैंक से नोट अच्छी तरह से जांच पड़ताल करने के बाद ही एजेंसी को दिए जाते हैं और इस मामले में एजेंसी के कर्मचारियों ने ही रास्ते में नोट बदल कर चूरन वाले नोट एटीएम में लोड किए हैं.
मैनेजर का कहना है कि एजेंसी के तीन कर्मचारी बैंक से कैश लेकर एटीएम में जमा करने गए थे और एजेंसी के इन कर्मचारियों की करतूत से इससे बैंक की काफी बदनामी हुई है. उनका कहना है कि उन्होंने एजेंसी पर कार्रवाई करने के लिए कोलकाता स्थित बैंक के मुख्यालय को रिपोर्ट भेजी है.
90 प्रतिशत एटीएम में एजेंसी जमा करती है नोट
बरेली में सरकारी और निजी बैंक के कुल 471 एटीएम हैं, जिनमें से 10 प्रतिशत एटीएम बैंक की शाखा में लगे हुए हैं, जबकि 90 प्रतिशत एटीएम बैंक के बाहर लगे हैं.
बैंक में लगे एटीएम में कैश लोड करने की जिम्मेदारी बैंक कर्मचारियों की है, जबकि बैंक के बाहर लगे एटीएम में कैश लोड करने की जिम्मेदारी विभिन्न एजेंसियों को दी गई है, जिनके हवाले करोड़ों रुपए का कैश रोजाना सौंप दिया जाता है और सरकार का करोड़ो रुपया इन्ही के हाथों में रहता है.
यूनाइटेड बैंक ऑफ इंडिया के मैनेजर ने बताया कि उनकी बैंक के शहर में तीन एटीएम है. एक एटीएम स्टेडियम रोड स्थित ब्रांच में लगा है, जबकि सुभाषनगर और सिविल लाइंस इलाके में एक एक एटीएम लगा हुआ है, जिसमे बैंक से बाहर लगे एटीएम में कैश लोड़ करने की जिम्मेदारी Securitrans india pvt ltd एजेंसी को दी गई है, जो दो लाख से लेकर 10 लाख का कैश ले जाकर एटीएम में लोड़ करती है.
कर्मचारी करते हैं विरोध
एटीएम में कैश जमा करने के लिए एजेंसी करेंसी चेस्ट या बैंक से कैश लेकर एटीएम में लोड़ करती है और जिले भर के 90 प्रतिशत एटीएम में एजेंसी ही नोट जमा करती है और इसका कर्मचारी कई बार विरोध कर चुके हैं.
बैंक यूनियन के नेता संजीव मल्होत्रा का कहना है कि आउटसोर्सिंग के खिलाफ़ धरना प्रदर्शन भी हुआ है और हम लोग मांग करते है कि ये काम बैंक के स्टाफ से ही कराया जाए, क्योंकि अगर कोई बात होती है तो बदनामी बैंक की होती है.
वीडियो भी हुआ वायरल
एटीएम से चूरन वाला नोट निकलने का वीडियो भी वायरल हुआ, जिसमें एक ग्राहक एटीएम से कैश निकालता हुआ दिख रहा है और मशीन से निकले 500-500 के नोट में से एक नोट नकली निकलता है, जिसे ग्राहक सबूत के तोर पर उस नोट को केबिन में लगे सीसीटीवी कैमरे में भी दिखाता है.
दो ने की लिखित
बैंक मैनेजर ने बताया कि एटीएम से नकली नोट निकलने की दो लोगों अशोक पाठक और इंद्र कुमार शुक्ला ने लिखित शिकायत की है, जबकि एक दो लोगों ने मौखिक शिकायत भी की है. शिकायत पर एटीएम चेक किया गया है, लेकिन उसमें सभी नोट सही निकले हैं. फिलहाल एजेंसी पर कार्रवाई करने के लिए मुख्यालय रिपोर्ट भेज दी गई है.
पहले भी जमा हुए चूरन वाले नोट
इसके पहले भी एकता नगर में पंजाब नेशनल बैंक की डिपाजिट मशीन में चूरन वाले नोट जमा होने का मामला सामने आ चुका है. फरवरी में किसी ने कोचिंग संचालक के खाते में डिपाजिट मशीन के जरिए 500 के छह नोट जमा कर दिए थे और ये सभी नोट नकली थे, लेकिन मशीन इसे पकड़ नही पाई.
जब बैंक में नोटों की गिनती हुई, तो छह नकली नोट पकड़े गए और मामले का खुलासा हुआ जिसके बाद छानबीन शुरू हुई तो पता चला कि ये नोट कोचिंग के छात्र ने जमा किए थे.