रविवार को बमनपुरी में चल रही फाल्गुन मास में दशानन का श्रीराम ने वध करके बुराई पर अच्छाई को विजय दिलाई. श्रद्धालुओं ने 25 फिट ऊंचा रावण का पुतला दहन किया.
इस मौके पर कलाकारों ने दर्शाया कि अहिरावण के वध के बाद लंकेश दुखी हुआ. फिर स्वयं रथ पर सवार होकर युद्ध भूमि में पहुंच गया. रावण को रथ पर देख इंद्र देव ने श्रीराम के लिए रथ भेजा. श्रीराम व रावण के बीच भयंकर युद्ध हुआ.
रावण के मरणासन्न होने के बाद श्रीराम ने मरणासन्न हालत में पड़े रावण के पास लक्ष्मण को ज्ञानार्जन करने के लिए भेजा. बाद में वह परलोक सिधार गया. इसके बाद श्रद्धालुओं ने क्षेत्र में रथ पर श्रीराम व लक्ष्मण को बैठाकर यात्र निकाली.
श्रीराम की जय जयकार करते हुए रावण के पुतले का दहन किया. इस मौके पर महापौर, डॉ. उमेश गौतम, पूर्व मेयर डॉ. आइएस तोमर सहित श्रीराम लीला कमेटी के सदस्य शामिल रहे.