ऑटो में बढ़ते अपराध को नियंत्रित करने के लिए पुलिस तीन हजार ऑटो को यूनिक नंबर देने जा रही है. इसके तहत एक कोड होगा. उस कोड में ऑटो चालक की पूरी जानकारी होगी जो पुलिस के पास मौजूद रहेगी.
ऑटो चालकों का रूट भी तय होगा. ऑटो चालकों ने शहर में लूट, छेड़खानी और चोरी की कई घटनाओं को अंजाम दिया है. पुलिस ने कुछ घटनाओं को तो खोल दिया, लेकिन कुछ घटनाए आज भी पुलिस के लिए चुनौती बनी हुई है.
ऑटो में होने वाले अपराध को रोकने के लिए बरेली पुलिस शहर में चलने वाले तीन हजार ऑटो को एक यूनिक आईडी देगी.
इसके तहत हर ऑटो का एक कोड होगा. हर कोड पर ऑटो चालक का नाम, पता, ऑटो मालिक का नाम, उसका नंबर और परमिट संख्या पुलिस के पास दर्ज होगी.
यदि ऑटो चालक फरार हो जाता है तो सिर्फ यूनिक आईडी बताने से उस ऑटो चालक की कुंडली पुलिस के पास होगी. इसके तहत सरल कोड बनाए गए है.
जिससे सवारी एक नजर में उसे याद कर ले. एसएसपी जोगेन्द्र कुमार शुक्रवार दोपहर चौकी चौराहे से ऑटो में यूनिक आईडी लगाकर इसकी शुरूआत करेंगे.
देहात के ऑटो की नो इंट्री: शहर में ऑटो की भरमार होने के कारण अब देहात परमिट के ऑटो शहर में नहीं घुस सकेगे. पुलिस ऑटो का रूट भी तय करेगी. जिससे ट्रैफिक पर नियंत्रण हो सके.