बिजली चोरों को दबोचने के लिए बिजली विभाग अब पोल पर ही कम्बाइंड मीटर लगाने जा रहा है, जहां से लोगों के घरों में बिजली के तार जाएंगे. इस तरह बिजली विभाग नाप-तौल कर बिजली देने की तैयारी कर रहा है. यदि किसी पोल पर लोड से ज्यादा बिजली कंज्यूम होती है, तो लोगों के घरों में प्वाइंट की चेकिंग कर लोड बढ़ाया जाएगा.
हर माह 48 करोड़ की बिजली चोरी
बरेली में हर माह करीब 18 करोड़ यूनिट बिजली की सप्लाई होती. इसमें से बिजली चोर करीब 48 करोड़ रुपए लागत की बिजली पार कर देते हैं. इतने बड़े स्तर पर राजस्व को हर माह लग रही चपत से बिजली महकमा भी सकते में है. क्योंकि चोरी रोकने के लिए अभी तक आजमाई गई सभी तरकीब फेल साबित हुई है. बिजली चोरों ने कोई न कोई रास्ता निकाल ही लिया है. अनुमान के मुताबिक कुल बिजली सप्लाई का करीब 30प्रतिशत बिजली चोरी हाे जाती है.
डिवीजन 2 और 4 में ज्यादा चोरी
अर्बन एरिया की बात करें तो बिजली चोरी में शहर के दो डिवीजन सिविल लाइंस 1 और सिविल लाइंस 2 के उपभोक्ता अव्वल हैं. चोरी के लिए बदनाम इलाका किला और पुराना शहर एरिया है. यहां बिजली चोरी रोकने के लिए यदि बिजली विभाग की टीम पहुंचती है, तो लोग मारपीट पर उतारू हो जाते हैं.
इस तरह मीटर का होगा प्रयोग
बिजली मीटर पोल पर सबसे पहले डिवीजन दो सिविल लाइंस 1 और चार सिविल लाइंस 2 में लगाया जाएगा. क्योंकि बिजली चोरी इस क्षेत्र में सबसे अधिक है. पोल पर मीटर लगाने के लिए सर्वे का कार्य जल्द ही शुरु होगा. बिजली के पोल पर जो मीटर लगेगा उसमें दो सौ मीटर के दायरे में कनेक्शन लेने वाले ग्राहकों की बिजली की खपत भी अंकित होगी. उसी के अनुसार उसकी फीडिंग होगी.
निर्धारित मात्रा से अधिक बिजली उस क्षेत्र में खर्च होने पर बिजली चोरी की पुष्टि होगी. इस मीटर में यह भी दिखेगा कि किस उपभोक्ता के घर में लगे मीटर से अधिक बिजली की खपत हो रही है. या फिर कोई मीटर बाईपास करके यदि चोरी कर रहा होगा, तो भी पता चल जाएगा.
मौसम के अनुसार घटती बढ़ती है बिजली की खपत
बिजली चोरी मौसम पर भी डिपेंड करती है. बिजली की खपत गर्मी में अधिक और सर्दी में कमी हो जाती है. बिजली विभाग के अनुसार अप्रैल में87, मई-जून 90, जुलाई में 95 मिलियन बिजली की खपत होती है. इन चार माह में लगभग 30 मिलियन बिजली चोरी होती है.
वर्जन
बिजली चोरी दिन प्रतिदिन बढ़ती ही जा रही है, जिस पर अंकुश लगाने के लिए अब सभी पोल पर बिजली मीटर लगाने की योजना बनाई जा रही है. जल्द ही शहरी और ग्रामीण क्षेत्रों में दस हजार बिजली मीटर पोल पर लगाए जाएंगे. स्थानों के चयन के लिए सर्वे जल्द शुरू किया जाएगा.
एसके सक्सेना,चीफ इंजीनियर बिजली विभाग