जंक्शन पर अब दिव्यांगों और बुजुर्गों को जल्द ही लिफ्ट की सुविधा मिलेगी. लिफ्ट लगाने का काम मंगलवार से शुरू करा दिया गया है. एक महीने के अंदर दिल्ली की एक कंपनी को काम पूरा करने के निर्देश दिए गए हैं.
स्टेशन अधीक्षक ओपी मीना का कहना है कि लिफ्ट लगाने का काम शुरू हो गया है. जल्द ही जंक्शन पर स्वचालित सीढ़ी लगाने का काम भी शुरू होगा. तीन साल में प्रोजेक्ट शुरू करीब 2015 से ग्रेड वन श्रेणी के रेलवे स्टेशनों पर लिफ्ट और एक्सेलेटर लगाने का प्रोजेक्ट चल रहा है.
रेलवे बोर्ड के निर्देश पर कई बड़े स्टेशनों पर लिफ्ट और स्वचालित सीढ़ी लगाने का काम प्राइवेट कंपनी को दिया गया था, लेकिन किन्हीं कारणों से प्रोजेक्ट लटक गया. तीन साल तक पत्र पर पत्र रेल मुख्यालय तक भेजे गए. अब कहीं जाकर बरेली में लिफ्ट का काम शुरू हुआ.
उपकरण खा रहे जंक करीब दो साल से जंक्शन पर स्वचालित सीढ़ी के उपकरण खुले में पड़े हैं. जो घुमंतुओं के कपड़े सुखाने का स्टैंड बन गए हैं. बताते हैं कि काफी उपकरण चोरी भी हो चुके हैं, जो बचे हैं, वह जंक खा रहे हैं. इन उपकरणों की कीमत करीब एक करोड़ बताई गई है.
15-20 हजार यात्री करते हैं सफर जंक्शन अधिकारियों का कहना है कि बरेली जंक्शन से होकर 24 घंटे में अप-डाउन की करीब 160 ट्रेनें गुजरती हैं. करीब आठ ट्रेनें यहीं से बनकर चलती हैं. करीब 15-20 हजार यात्री जंक्शन स्टेशन से रोजाना सफर करते हैं. जबकि यही आंकड़ा त्योहारी सीजन में करीब 30 हजार के पार पहुंच जाता है.
व्हील चेयर की सुविधा वैसे तो जंक्शन पर बुजुर्गों और दिव्यांगों के लिए व्हीलचेयर की भी सुविधा है. मुख्य टिकट निरीक्षक आफिस से दिव्यांग यात्री व्हीलचेयर को प्राप्त कर सकते हैं. कुली व्हीलचेयर से यात्री को संबंधित प्लेटफार्म पर पहुंचाता है. यात्री के लिए कुली को सुविधा शुल्क देना पड़ता है.