केंद्रीय शहरी विकास मंत्रलय ने शहरों के नियोजित विकास के लिए स्मार्ट सिटी योजना बनाई थी. इसी साल 19 जनवरी को घोषित इसके चौथे राउंड की रैंकिंग में प्रदेश में सबसे अधिक अंक के साथ बरेली को पहला स्थान दिया गया.
स्मार्ट सिटी घोषित होने के बाद अब शहर के विकास की उम्मीद को पंख लग गए हैं. मोदी सरकार के चार साल के दौरान बरेली का स्मार्ट सिटी में शामिल होना उपलब्धि माना जा रहा.
स्मार्ट सिटी में शहर को शामिल करने के लिए वर्ष 2015 से ही प्रयास किए जा रहे थे. पहले, दूसरे और तीसरे राउंड में पिछड़ने के बाद बरेली के लिए चौथे राउंड के लिए हैदराबाद की दाराशा कंपनी ने प्रस्ताव बनाया.
इसमें जरी-जरदोजी के साथ ही तमाम कुटीर उद्योगों को शामिल किया गया था. आखिरकार चौथे राउंड में शहर स्मार्ट सिटी की सूची में शामिल हो गया. स्मार्ट सिटी के प्रपोजल में शहर के छह इलाकों को एरिया बेस डेवलेपमेंट के तहत रेट्रोफिटिंग के लिए चुना गया.
इसमें खुर्रम गौटिया, राम वाटिका, आजम नगर, सिकलापुर, किशोर बाजार और हिन्दू सिनेमा का क्षेत्र शामिल है. इन क्षेत्रों में अत्याधुनिक सुविधाएं उपलब्ध कराए जाने के साथ तमाम विकास कार्य होंगे. सड़क, नाली, पार्क जैसी कई सुविधाएं लोगों को मिलेंगी.