स्मार्ट सिटी बनने की राह में सफलता की पहली परीक्षा नगर निगम ने पास कर ली. सोमवार को लखनऊ में बरेली समेत यूपी के सात शहरों के प्रपोजल पेश किए गए. मुख्य सचिव की अध्यक्षता में हाई पॉवर कमेटी ने बरेली के जरी-जरदोजी के प्रपोजल की प्रशंसा की. इसके साथ ही स्मार्ट सिटी के राउंड फोर के सेमीफाइनल में प्रपोजल को हरी झंडी मिल गई। केंद्रीय शहरी विकास मंत्रलय में अब 30 नवंबर को प्रपोजल भेजा जाएगा. इसके पास होने पर जरी-जरदोजी कारीगरों को नया मुकाम मिलने की उम्मीद है.
प्रदेश के सात नगर निगमों ने सोमवार को लखनऊ में स्मार्ट सिटी के प्रस्तावों का प्रजेंटेशन दिया. यहां से मुख्य अभियंता एसके अंबेड़कर ने प्रपोजल को विस्तृत रूप से हाई पॉवर कमेटी के सामने रखा. उन्होंने बताया कि हाई पॉवर कमेटी ने अन्य नगर निगम के स्मार्ट सिटी के प्रस्ताव को काफी देर तक देखा और उस पर काफी मंथन भी किया.
हमारे प्रपोजल में जरी-जरदोजी समेत अन्य कई छोटे उद्योगों को लिए जाने के कारण प्रस्तुतिकरण के दौरान काफी सराहा गया. स्मार्ट सिटी के चौथे राउंड में बिजली, पानी, स्वास्थ्य, सफाई और जनता से जुड़े मुद्दों पर जोर दिया गया है. स्मार्ट सिटी का पूरा फोकस डिजिटल इंडिया पर ही रहेगा.
जुर्माने का होगा प्रावधान, बढ़ेगा राजस्व: स्मार्ट सिटी बनने पर भारी जुर्माने का भी प्रावधान रहेगा. इससे नगर निगम का राजस्व भी बढ़ेगा. इसमें स्वच्छता का विशेष ध्यान रखा जाएगा. गंदगी फैलाने वालों से नगर निगम जुर्माना वसूलेगा. नियम तोड़ने वालों पर कार्रवाई भी होगी. इसी योजना के तहत नगर निगम ने ऑन स्पॉट जुर्माना लगाने की भी तैयारी की है. स्मार्ट सिटी बनने पर ई-चालान भी सीधे लोगों को जारी किए जाएंगे.
स्मार्ट होंगे तो नहीं रहेंगी समस्याएं : नगर निगम ने सेमीफाइनल में प्रस्ताव पास होने के बाद आगे की तैयारी भी शुरू कर दी है. शहरवासियों को पार्किग की समस्या से निजात दिलाने के लिए पार्किग सिस्टम तैयार किया जा रहा है. इसमें सेंसर के जरिए शहर में पार्किग स्थलों की जानकारी दी जा सकेगी. अनियंत्रित ट्रैफिक को रोकने के लिए लास्ट माइल कनेक्टिविटी और हाइब्रिड बसें सड़कों पर होंगी. स्कूल, शौचालय भी स्मार्ट होंगे. ई-हॉस्पिटल बनाकर घर बैठे ही मरीज रजिस्ट्रेशन करा सकेंगे.
अन्यथा एजेंसी पर होगी कार्रवाई : स्मार्ट सिटी राउंड फोर में अगर बरेली को जगह नहीं मिल पाई तो कंसल्टेंट एजेंसी दाराशा पर कार्रवाई होगी. उसे ब्लैक लिस्ट किया जाएगा. नगर आयुक्त ने बताया कि लखनऊ में हाई पावर कमेटी के सामने यह फैसला लिया गया है कि इस बार जो नगर निगम स्मार्ट सिटी में शामिल नहीं हुए तो उनकी एजेंसियों के खिलाफ कार्रवाई होगी.
1902 करोड़ का है प्रस्ताव : हैदराबाद की दाराशा कंपनी ने स्मार्ट सिटी का 1902 करोड़ रुपये का प्रस्ताव तैयार किया है. इसमें एरिया बेस डेवलपमेंट और पैन सिटी पर काम किया जाना है. सभी विकास का काम एरिया बेस पर होना है और ट्रैफिक व्यवस्था, वाई-फाई समेत अन्य काम पैन सिटी में किए जाने हैं. नगर निगम अफसरों ने इस बार प्लान में कमियों को दूर करते हुए राजस्व बढ़ाने के लिए शहर को पर्यटकों के ठहरने के लिए विकसित करने का प्लान शामिल किया है. इसके साथ ही सफाई व्यवस्था दुरुस्त करने और टैक्स अधिक वसूलने का भी प्रस्ताव इसमें शामिल है.